जोर l जिले मे 100 हे मे स्थापित होंगे आदर्श गन्ना खेती के मॉडल प्लाट lअपर मुख्य सचिव गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग श्री संजय आर. भूसरेड्डी ने गन्ना उत्पादक जिलों के लिये शरदकालीन गन्ना बुवाई, ट्रेंच विधि से बुवाई, गन्ना के साथ सहफसली खेती एवं आदर्श गन्ना खेती के मॉडल प्लाट के लक्ष्य निर्धारित कर दिया है l जनपद मे 7780 हे. मे ट्रेंच विधि से गन्ना बुवाई के साथ ही घरेलू एवं स्थानीय जरूरत के अनुसार सहफसली खेती के लक्ष्य दिये गए है l सहफसली मे दलहनी एवं तिलहनी फसलों को गन्ने के साथ बोया जायेगा l जनपद मे लगभग 50, 000 हे मे पौधा गन्ना है l जिले के किसान मात्र 15-20% क्षेत्रफल मे शरद काल मे गन्ना बोते है अधिकतर किसान गेंहू की कटाई करने के बाद बसंतकालीन गन्ना बोते है l शरदकाल मे गन्ना की बुवाई के साथ सहफसली के रूप मे तोरिया, आलू, मटर, मसूर, गेंहू, लहसुन, धनिया, गोभी, गाजर, बांकला, मूली व अन्य फसले बोकर अधिक लाभ ले सकते है l शरदकाल मे गन्ना बोने से न केवल सिचाई जल, उर्वरक, कीटनाशको आदि की बचत के साथ उत्पादन लागत घटती है वरन गन्ना उत्पादन व चीनी परता मे वृद्धि होती हैँ l इस वर्ष जिले मे 100 हे.मे आदर्श गन्ना मॉडल प्लाट स्थापित किये जायेगे l आदर्श गन्ना प्लाट वह गन्ना प्लाट होंगे जहाँ ट्रेंच विधि से गन्ने की बुवाई, सहफसली खेती, ड्रिप सिचाई आदि तकनीक को समन्वित रूप से अपनाया जायेगा तथा इसकी पेड़ी फसल मे रैटून मैनेजमेंट एवं ट्रैश मल्चिंग के लिये आधुनिक क़ृषि यंत्रो का उपयोग भी किया जायेगा l ऐसे आदर्श मॉडल प्लाट का न्यूनतम क्षेत्रफल 0.50 हे होगा l जनपद की सभी गन्ना विकास परिषदों मे 25-25 प्लॉटों का चयन किया जायेगा l गन्ना खेती के आदर्श मॉडल प्लाट वाले ऐसे सफल किसानो को गन्ना विभाग द्वारा निः शुल्क प्रार्थना पत्र के साथ उपज बढ़ोत्तरी मे प्राथमिकता दी जायेगी तथा उत्तम गन्ना किसान का प्रमाण पत्र भी दिया जायेगा l सभी ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षकों को शतप्रतिशत लक्ष्य की पूर्ती हेतु निर्देश दिये गए है