शाहजहांपुर यूपी -महान क्रान्तिकारी रोशन सिंह
असहयोग आन्दोलन के दौरान उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में हुए गोली-काण्ड में सजा काटकर जैसे ही शान्तिपूर्ण जीवन बिताने घर वापस आये कि हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसियेशन में शामिल हो गये। यद्यपि ठाकुर साहब ने काकोरी काण्ड में प्रत्यक्ष रूप से भाग नहीं लिया था फिर भी आपके आकर्षक व रौबीले व्यक्तित्व को देखकर काकोरी काण्ड के सूत्रधार पण्डित राम प्रसाद बिस्मिल व उनके सहकारी श्री अशफाक उल्ला खाँ के साथ १९ दिसम्बर १९२७ को फाँसी दे दी गयी। ये तीनों ही क्रान्तिकारी उत्तर प्रदेश के शहीदगढ़ कहे जाने वाले जनपद शाहजहाँपुर के रहने वाले थे। इनमें ठाकुर साहब आयु के लिहाज से सबसे बडे़, अनुभवी, दक्ष व अचूक निशानेबाज थे। वह हमारे जनपद के चमकते ऐसे सितारे थे जो हमेशा प्रदीप्त रहेंगे और न सिर्फ शाहजहांपुर जनपद या उत्तर प्रदेश को बल्कि इसके साथ साथ सम्पूर्ण राष्ट्र को ऐसे महान क्रांतिकारी पर फक्र है जो भारत माता की रक्षा के लिए बलिवेदी पर चढ़ गए इस मौके पर विपुल शिवांश अमन सूरज सुरजीत सचित अजय आशीष रजत बाबू सचितआदि लोग मौजूद रहे