तिलहर,शाहजहाॅपुरः-क्षेत्र में पालिका प्रशासन की विभिन्न गाटा भूमियों पर फेरबदल कर रातो रात अबैध अतिक्रमण होता जा रहा है। दशको स ेचल रहे इस सिलसिले को पालिका प्रशासन भी रोकने में नाकाम नजर आता है।
विगत के वर्षो में पालिका की विभिन्न गाटा भूमियों का फेरबदल कर बिना किोई मान चित्र पास कराये बड़ी इमारतो का निर्माण होता नजर आया। अब इसे पालिका प्रशासन की मिली भगत कहे ंया तहसील प्रशासन की लापरवाही, मामला कुछ भी रहा हो लेकिन सरकार की कीमती जमीने भूमाफियाओं द्वारा कौड़ियों के भाव बिकती दिखाई दे रही हैं तो वहीं बिना मान चित्र पास कराये इमारतो का निर्माण कर सरकार को वार्षिक लाखो का चूना लगाया जा रहा है। नगर का मौजा उम्मरपुर हो या हिन्दुपट्टी, बनवारीपुर, हो या फिर पचासा, चुंगी अन्दर हो या वाहर, पालिका प्रशासन की करोड़ो की गाटा भूमियांें के बड़े ़क्षेत्रफलो को फिलहाल अबैध कब्जा एंव अक्रिमण का शिकार हैं। अभिलेखो में रातो रात गाटा संख्या बदल कर उसपे अबैध रूप से इमारत निर्माण होना आम बात बनती जा रही है जबकि सरकार की विभिन्न योजनओ को मूर्त रूप देने के लिये पालिका प्रशासन अपनी ही गाटा भूमियों को अबैध पतिक्रमण से खाली कराने में बेबस और लाचार नजर आ रही है।
सूत्र बताते हैं कि विगत चार वर्ष पूर्व नगर विकास में मील का पत्थर साबित होन वाली सरकार द्वारा पालका प्रशासन की विभिन्न कार्य योजनाओ के लिये पालिका प्रशासन की नगर में मौजूद गाटा भूमियों पर रातो रात अबैध अतिक्रमण कर अबैध कब्जा करा दी गई। अब इसे पालिका प्रशासन की मिलीभगत कहे या तहसील प्रशासन की लापरवाही लेकिन सरकार की बड़ी योजना में रोड़ा तो अटकता ही नजर आ रहा है जिससे पूरी तरह नगर विकास वचिंत होता नजर आ रहा है। नगर के मौजा उम्मरपुर स्थित निर्माणाधीन आद्योगिकं महिला संस्थान लापरवाही या मिलीभगत के चलते पालिका प्रशासन की बड़ी गाटा भूमियांे पर लगातार अबैध अतिक्रमण कर कब्जा होता रहा है लेकिन आज जब आई0 टी0 आई0 बनने का नम्बर आया तो कब्जाघारको द्वारा आपत्ति एंव बिरोध उसमें बड़ा रोड़ा नजर आता है हांलाकि दिखाई देने वाली जमीन पर कार्यदयी संस्था को जीन की नाप कराने में पालिका प्रशासन तमाम बिरोध का सामना करना पड़ रहहा है। एैसे में दशको बाद नगरवासियों को मिलने वाली महिला आई0टी0आई मिलना क्या मात्र एक सपना सा बन कर रह जायेगी यह एक सोचनीय प्रश्न है और साथ ही यह भी कि आखिर पालिका प्रशासन किस आभाव में अपनी ही गाटा भूमियों को अबैध कब्जो से मुक्त कराने में लाचार और खामोश बैठा है।