शाहजहांपुर:-होली का त्योहार सभी अपने घर के सदस्यों के साथ बड़े ही प्यार के साथ मनाते हैं । बाहर रहने वाले भी होली का त्योहार अपनों के साथ मनाने के लिए घर आते हैं । ऐसे में अपनों से दूर वृद्धाश्रम में रहने वाले वृद्धों को अपनेपन का एहसास दिलाने के लिए एहसास की टीम वृद्धाश्रम गई ।एहसास की टीम ने वृद्धाश्रम में मौजूद वृद्धों के साथ होली की खुशी साझा की ।एहसास की टीम ने वहां पर मौजूद सभी वृद्धों को कपड़े वितरित किए व गुलाल लगाकर तथा मिठाई खिलाकर होली की शुभकामनाएं दीं और उनका आशीर्वाद लिया ।एहसास के प्रदेश प्रबंधक असलम खां ने बताया कि हम सभी को अपनों का प्यार मिलता है , होली का त्योहार मूल रूप से एकता और प्यार का त्योहार है । ऐसे में हमें चाहिए की जो अपनों के प्यार से वंचित हैं , उन्हें कभी भी इस बात का एहसास न होने दें ।इस मौके पर एहसास की पूरी टीम मौजूद रही ।तथा एहसास सोशल वेलफेयर सोसाइटी द्वारा संचालित एहसास पाठशाला में भी बच्चों व शिक्षकों द्वारा होली का उत्सव मनाया ।इस अवसर पर पाठशाला के छोटे छोटे बच्चों और शिक्षकों ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर तथा बच्चों को मिठाई खिलाकर खुशियां मनाईं और होली की शुभकामनाएं दीं । बच्चे विभिन्न प्रकार के रंगों में सराबोर नज़र आए । इस अवसर पर एहसास पाठशाला की शिक्षिका तफसिया समर ने बच्चों को होली के महत्व के बारे में बताया तथा होली की शुभकामनाएं दीं ।एहसास के ज़िला अध्यक्ष मुमताज़ अली ने बच्चों को बताया कि रंगों से त्वचा व आंखों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचता है। पानी का पहले से ही अभाव है। इसलिए गुलाल का प्रयोग करें और पानी बचाएं। बच्चों ने भी गुलाल से होली खेलने संकल्प लिया।इस अवसर पर एहसास पाठशाला के सभी शिक्षक मौजूद रहे ।