शाहजहांपुर/हरदोई। हरदोई के कस्बा बिलग्राम में उर्स ए वाहिदी तय्यबी ताहिरी अकीदत व मोहब्बत के साथ मनाया गया। कुल की महफ़िल में बड़ी संख्या में दूर दराज़ के हजारों जायरीन ने मुकद्दस तबर्रुकात की जियारत की और लंगर में हिस्सा लिया। खानकाह वाहिदिया के सज्जादानशीन हज़रत सैयद सुहैल मियां वाहिदी की सरपरस्ती में मंगलवार को सुबह दस बजे महफिल का आगाज तिलावते कुरान ए पाक से हुआ। हाजरीन को खिताब करते हुए मुफ्ती हनीफुल क़ादरी ने हज़रत मीर सैयद अब्दुल वाहिद बिलग्रामी की हयात और दीनी ख़िदमात पर भरपूर रोशनी डाली। मुफ्ती गुलफाम रज़ा रामपुरी ने कहा कि हज़रत मीर सैयद अब्दुल वाहिद बिलग्रामी को अल्लाह तआला ने कई खूबियों और कमालात से नवाजा था। मुफ्ती लियाकत अली नेपाली ने कहा कि औलिया ए किराम की बारगाह में अदब व एहतराम से हाज़िरी देना चाहिए। हज़रत सैयद बादशाह हुसैन मियां ने कहा कि भूखे को खाना खिलाना और लोगों के साथ रहम दिली से पेश आना इस्लाम की तालीम है। हज़रत सैयद सईद अख़्तर वाहिदी ने कहा कि आज दीनी और दुनियावी तालीम हासिल करना बहुत जरूरी है। सज्जादा नशीन हज़रत सैयद सुहैल मियां वाहिदी ने कहा कि अपने किरदार और आमाल को अच्छा और बेहतर बनाएं। महफ़िल में कारी मोहम्मद अली फैजी वाहिदी, हाफ़िज़ इजहार खां शाहजहांपुरी, सैफ रज़ा वाहिदी, राशिद रज़ा मरकजी बरेली, तुफैल शम्सी गाजीपुर ने नात व मनकबत पेश की। आख़िर में क़ौम व मिल्लत की तरक्की और खुशहाली की दुआ की। साथ ही जायरीन को मुकद्दस तबर्रुकात की जियारत कराई गई। संचालन मौलाना नाजिर रज़ा बहेड़ी ने किया। इस मौके पर हज़रत सैयद रिज़वान मियां, नबीरा ए आला हज़रत सिराज रज़ा खां, पीर ए तरीक़त सैयद उवैस मुस्तफा वासती, सैयद फैजान मियां, सालार मियां, हाफ़िज़ फिरासत उल्ला खां, सैयद वारिस चिश्ती, सलमान सुल्तानी, मौलाना नदीम मरकजी, मौलाना रियाज़ अलीमी, मौलाना फाजिल, कारी अब्दुल हसन, नौशाद खां, राशिद हुसैन राही, ज़ुबैर मजीद खां, अमानत उल्ला ख़ां नूरी, चंदा खां ठेकेदार, इकबाल अहमद, फैसल खां बोबी आदि सहित हजारों अकीदतमंद मौजूद रहे।