शाहजहांपुर | जनपद के मोहल्ला दिलाज़ाक स्थित कठल वाली मस्जिद के क़ाज़ी हाफ़िज़ गुलाम मूर्तज़ा ने 22वें रोज़े की 21वीं तरावीह में क़ुरान मुकम्मल किया | तरावीह में क़ुरान सुनाने वाले मस्जिद के इमाम क़ाज़ी हाफ़िज़ गुलाम मूर्तज़ा को मस्जिद के सदर इकबाल ने गुलपोशी कर तोहफ़े देकर सम्मानित किया | क़ुरान मुकम्मल के मौक़े पर मुफ़ती आता-उर-रहमान मिस्बाही ने अज़मत-ए-क़ुरान पर रौशनी डालते हुए कहा की खुशनसीब हैं वह बच्चे जिन्होंने मेहनत व मशक्कत और कुर्बानी के बाद अल्लाह की किताब क़ुरान मजीद को अपने सीनों में महफूज़ करने की सआदत हासिल की है और यह वह बरकत वाली किताब यानी क़ुरान मजीद है जहां यह किताब होगी वहां बरकत होगी चाहें वह किसी मोमिन मुसलमान के घर में हो या किसी के सीने में महफ़िल में मौजूद | मौलाना शारिक मदनी ने नात व मनक़बत पेश की | हाफ़िज़ अनीस अत्तारी ने तमाम आलम के लोगों, मुल्क की तरक्की व खुशहाली की दुआ की | इस मौके पर डॉक्टर मोहम्मद मुबीन, अफ़ज़ाल, शाहज़ाद, वाजिद वकील, साजिद, मुशीर, मुईज़, कदीर, ,बाबर,साने, फ़हीम, आतिफ़, आसिफ़ आदि मौजूद रहे | अंत में ए-यू-एफ़-क़ाज़ी बोर्ड के शहर क़ाज़ी व बड़ी मस्जिद के इमाम हाफ़िज़ मोहम्मद ज़ाहेद ने क़ाज़ी गुलाम मुर्तज़ा को मुबारकबाद दी |