मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई अधिकारियों की बैठक के बाद जारी सरकारी बयान के मुताबिक ”विगत दिनों केजीएमयू (किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय) में 109 नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई। प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक 107 नमूनों में कोविड की दूसरी लहर में सामने आए डेल्टा वैरिएंट की ही पुष्टि हुई है, जबकि दो नमूनों में वायरस का कप्पा वैरिएंट पाया गया।”
बयान में कहा गया कि ”दोनों ही वैरिएंट प्रदेश के लिए नए नहीं हैं। वर्तमान में दैनिक संक्रमण दर 0.04 प्रतिशत है। वायरस के ‘कप्पा वैरिएंट के बारे में पूछे जाने पर अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि ”कप्पा वैरिएंट कोई नई बात नहीं है, पहले भी इस वैरिएंट के कई मामले सामने आ चुके हैं। इसलिये घबराने की कोई बात नहीं है, यह कोरोना वायरस का एक सामान्य स्वरूप हैं और इसका इलाज संभव हैं।” हालांकि उन्होंने इस बात की जानकारी नहीं दी कि कप्पा वैरिएंट के मामले कहां सामने आए हैं।