कुल में उमड़े जायरीन, अकीदतमंदों ने पेश की मजार पर चादरें शाहजहांपुर। हजरत अहमद हुसैन खां उर्फ हाफ़िज़ मियां रहमतुल्लाह अलैह का तीन रोज़ा 113 वाँ सालाना उर्स अकीदत व मोहब्बत के साथ मनाया गया। इस दौरान मजार पर चादरपोशी कर कोरोना संक्रमण से हिफाजत के लिए दुआ की गई। मंगलवार को मोहल्ला हाथीथान स्थिति खानकाह हाफिजिया में सुबह कुरआन ख्वानी हुई। सज्जादानशीन हाजी वक़ार अहमद खां की सरपरस्ती में कुल की महफ़िल में हाफ़िज़ फिरासत उल्लाह, हाफ़िज़ तसलीम रज़ा, मौलाना यूनुस रज़ा, मौलाना नईम खां, मो. सुलेमान, मो. ज़ीशान आदि ने क़ुरआन पाक की आयतें पढ़ीं। हाफ़िज़ तसलीम व मौलवी रियाज़ क़ादरी ने नात व मनकबत पेश की। गद्दीनशीन वक़ार मियां ने अपने संदेश में कहा कि अल्लाह के मकबूल बंदों के दरबार में अदब व एहतराम से हाजिरी देना चाहिए। इन वलियों की तालीम पर अमल करने से कामयाबी मिलती है। मौलाना मोहम्मद निज़ामुद्दीन ने मुल्क में अमन व चैन और कोरोना वायरस से हिफाज़त की दुआ की। कुल के बाद महफ़िले समा में कव्वाल राजू मुरली ने रंग पेश किया। इस मौके पर अजफर अली खान, हाजी वसीम खां, अमानत उल्ला नूरी, खालिद खां, राशिद हुसैन, शाहिद, हाजी प्यारे खां, डॉ रजी, शादाब रज़ा, आज़म, अफ़वान खां, मुकर्रम, वसीम निजामी, अतहर हुसैन, बच्चन, आसिफ, असलम आदि मौजूद रहेेे | उर्स प्रबंध कमेटी की ओर से जायरीन में लंगर बांटा गया।