बनाना चाह रहे है । लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है । अधिकारी कर्मचारी उनके निर्देशों को धता बताते हुये जमकर कर रहे हैं भ्रष्टाचार । जनपद शाहजहाँपुर की ग्राम पंचायत कलान को शासन ने नगर पंचायत की मंजूरी 26 नवम्बर 2020 में ही दे दी । जब से कलान नगर पंचायत बन गया है । और ग्राम पंचायत कलान का अस्तित्व समाप्त हो गया । इस लिये मौजूदा समय में वहाँ कोई ग्राम प्रधान और सचिव नही रह गया है । भ्रष्टाचार की हदें पार करते हुये जिला पंचायत राज विभाग से कलान को ग्राम पंचायत दर्शाकर ग्राम निधि से 15 लाख 77 हजारकर्मचारियों रकम निकालकर बंदर बाँट कर लिया गया है । सोचने वाली बात है कि 25 दिसम्बर 2020 को पंचायत चुनाव सम्पन्न कराने के लिये शासन द्वारा प्रधानों के खाते अधिकार सीज कर दिये गये थे । ओर डोंगल भी निष्करीय कर दिये गये थे । कि अब ग्राम निधि से कोई पैसा नही निकाल पायेगा । लेकिन जिला पंचायत राज विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों ने मुख्य मन्त्री के भ्रष्टाचार मुक्त शासन को धता बताते हुये माह अगस्त 2021में कलान नगर पंचायत को ग्राम पंचायत दिखाकर ग्राम निधि में फर्जीबाडा भ्रष्टाचार कर 15 लाख 77 हजार तिरसठ रू० की रकम निकाल कर हड़प कर ली । जब इस बारे में जिला पंचायत राज अधिकारी पंवन कुमार से जानकारी की तो बताया कि मामला संज्ञान में आया है । जाँच कराकर कार्यवाही की जायेगी । जब उनसे और बात की कि जब डोंगल बन्द पड़ा था । जिसकी मॉनीटरिग आप और विभाग द्धारा की जाती है । तो पैसा कैसे निकल लिया गया । तो संतोष जनक जबाव नही दे सके । इससे प्रतीत होता है कि अधिकारियों कर्मचारियों की संलिप्तता से कलान नगर पंचायत की रकम ग्राम निधि का पैसा दिखाकर निकाल कर सरकारी धन में किया गया जमकर भ्रष्टाचार । कलान ग्राम पंचायत के सचिव रहे शशिबिन्द पाल से कलान की ग्राम निधि से निकाला गया पैसा के बारे में फोन पर जानकारी लेनी चाही तो बताया कि मैं इस समय व्यस्त हूँ । अभी जानकारी नही दे सकता हूँ ।