आखिर कब लगेगी लगाम शाहजहांपुर:-यूं तो जानलेवा चायनीज़ माँझे को प्रतिबंधित कर दिया गया है किंतु पिछले कई वर्षों से कई हादसों का कारण रहे प्रतिबंधित चायनीज़ मांझे पर इतना लचर रवैया अपनाया गया है कि कई गंभीर हादसे होने के बाद भी इसकी बिक्री धड़ल्ले से जारी है यही नही जब भी कोई हादसा होता है तब कठोर कार्यवाही के नाम पर महज़ इतिश्री कर ली जाती है नतीजतन फिर कोई न कोई इस खतरनाक प्रतिबंधित मांझे का शिकार हो जाता है आज भी कुछ ऐसा ही हुआ जब शहर के मोहल्ला बाड़ूजई प्रथम निवासी शानू अपनी स्कूटी से किसी काम से निकले थे,जैसे ही वह हददफ़ चौकी के पास पहुँचे चायनीज़ माँझे से उलझकर गिर गए जिसमे नाक का मांस गंभीर रूप से कट गया शानू अकेले चायनीज़ माँझे के शिकार नही हुए शहर में ऐसे कई व्यक्ति है जो पहले भी इस खतरनाक माँझे के शिकार हो चुके है सूत्रों की मानें तो थाना सदर बाज़ार क्षेत्र मे अब भी बड़ी संख्या में चाइनीज़ माँझे की बिक्री जारी है ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब इस माँझे की बिक्री पर पूर्णता प्रतिबंध है तब इसकी बिक्री पर ठोस लगाम आखिर क्यों नही लग पा रही है