शाहजहांपुर यूपी भारत स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के लिए 2 जनबरी 2020, स्थानीय स्तर पर स्थानीय और पालिका प्रशासन के साथ सड़को पर पैदल मार्च करते हुए तिलहर नगर की स्वच्छता को देखा और समझा कि यकीनन अब धीरे धीरे जनजागरुकता स्तर से नगर में गंदगी कम होने लगी है और एक दिन नगर पूरी तरह सुन्दर और स्वच्छ बन कर जिले में ही नही बल्कि प्रदेश में सबसे अधिक स्वच्छ बन कर एक मिसाल बन जाएगा!2 जनबरी 2020 को स्वच्छ सर्वेक्षण के बाद, तिलहर नगर पूरी तरह स्वच्छ बन गया और सर्वेक्षण फाईल से जिले में प्रथम प्रथम स्थान पा गया परन्तु यह सच़ नही था क्यूंकि जिले का सबसे बड़ा तहसील मुख्यालय सिर्फ फाईलो में प्रथम प्रथम स्थान पाया था लेकिन धरातल पर नही! नगर तिलहर स्थित जनजागरण नगर स्वच्छता में जितना जागरुक नज़र आया उन्ही में कथित खद्दरधारियों ने नगर का कूड़ा डंप करने सबसे बड़ा रोड़ा खड़ा कर दिया ग्रामीण आवासीय कालोनी की आड़ लेकर! 2020 के बाद आज 2 जनबरी 2022 तक यानि विगत के दो वर्षो में नगर तिलहर स्तर पर स्वच्छ भारत मिशन पूरी तरह दम तोड़ता इस लिए नज़र आने लगा कि इन दो वर्षो में कूड़ा ड़प करने के लिए एक बार भी दूसरा स्थान खोजने का प्रयास होता नज़र नही आया और उसके नतीजे नगर भर का कूड़ा, नगर के ही मुख्य एंव सार्वजनिक स्थानो पर ढ़ेर लगा नज़र आया या फिर नगर के वाईपास तिराहो पर हाईवे किनारे खन्तियों को पाटने के नाम पर सड़ता नज़र आता है जिस पर गौवंश और सुअर चलते और फौलाते नज़र आते हैं! इतना ही नही बल्कि जिस पॉलीथीन को बंद कराने के प्रचार में सरकारी खज़ाने से लाखो रुपया खर्च किया गया, वही पॉलीथीन आज भी कूड़े के ढ़ेरो की शोभा बनी नज़र आ रही है, यदि बंद हो गई पॉलथीन तो आज भी बड़े पैमाने पर कूड़े के ढ़रो पर पॉलीथीन कहाँ से लाकर डाली जा रही है!
नगर की सड़को पर, नगर के मुख्य व धार्मिक एंव सार्वजनिक स्थानो तथा आवादी सीमा से सटे वाईपास की खन्तियों तक, हवा में उड़ती बदबू और पॉलीथीन, स्वच्छ भारत मिशन के रूप मे कोरोड़ो का प्रोजेक्ट पूरी तरह धराशाई नज़र आ रहा है, यह सिर्फ लेखनी तौर पर आकंलन नही कहा जा सकता बल्कि सामाजिक तौर पर आम आदमी लगभग प्रतिदिन ही सर्वेक्षण करता नज़र आता है!