राष्ट्रीय बाल विज्ञान काँग्रेस के लिए इस बार जनपद से छात्र सौरभ मौर्या का चयन किया गया है, जो 3 से 6 जनवरी, 2025 तक रविन्द्र भवन, भोपाल में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय बाल विज्ञान काँग्रेस में प्रतिभा करेगा। ददरौल स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय निवाड़ी की प्रधानाध्यापिका रूफिया खान के निर्देशन में सौरभ मौर्या ने “स्टडी ऑफ कल्चरल प्रेक्टिसेज़ इन दा कान्टेक्स ऑफ कन्ट्रोल एंड ट्रीटमेंट ऑफ आई फ़्लू” विषय पर अपना लघु शोध पत्र तैयार किया था, जिसका प्रस्तुतिकरण राष्ट्रीय आयोजन में किया जाएगा।
राष्ट्रीय बाल विज्ञान काँग्रेस के जिला समन्वयक असिस्टेंट प्रोफोसर डॉ. इरफान ह्यूमन ने जातया कि सामाजिक प्रथाओं में कहीं न कहीं विज्ञान छुपा होता है और अगर इसका उपयोग किया जाए तो हमें न सिर्फ निरोग रह सकते हैं बल्कि अपने पर्यावरण को भी सुरक्षित रख सकते हैं। सौरभ मौर्या का प्रोजेक्ट “स्टडी ऑफ कल्चरल प्रेक्टिसेज़ इन दा कान्टेक्स ऑफ कन्ट्रोल एंड ट्रीटमेंट ऑफ आई फ़्लू” भी इसो अवधारणा पर आधारित है।
सौरभ मौर्या की गाइड शिक्षिका पूर्व माध्यमिक विद्यालय निवाड़ी की, प्रधानाध्यापिका रूफिया खान ने बताया कि यह जपनद के लिए गौरव की बात है कि इस बाल वैज्ञानिक का चयन राष्ट्रीय स्तर के लिए किया गया है। सौरभ का प्रोजेक्ट वैज्ञानिक और सामाजिक अध्ययन पर आधारित है.