8 सितंबर को कमला नर्सिंग होम के पास गोली मारकर की थी हत्या अपने पिता व भाई की हत्या का बदला लेने के लिए दिया था घटना को अंजाम शाहजहांपुर l मोहल्ला मोहम्मदजई कमला हॉस्पिटल के सामने अभियुक्त अक्षय उर्फ बच्चू तथा अभियुक्त सलीम उर्फ बब्बू ने तमंचो से गोलियां बरसाकर नारायण कश्यप की हत्या कर दी थी इस संबंध मे मृतक नारायण कश्यप की पत्नी श्रीमती पूजा शुक्ला द्वारा थाना कोतवाली चौक पर तहरीर देकर मुकदमा अपराध संख्या 475/21 धारा 302 आईपीसी बनाम अक्षय उर्फ बच्चू एवं सलीम उर्फ बब्बू पंजीकृत कराया गया l
मुखबिर की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने मुठभेड़ के पश्चात अभियुक्त अक्षय उर्फ़ बच्चू एवं सलीम उर्फ बब्बू को समय करीब 4:20 बजे प्रातः गोल चक्कर आवास विकास कॉलोनी से गिरफ्तार किया गया जिनके कब्जे से 1-1 अदद तमंचा 315 बोर एव 1-1 खोका कारतूस एव 2-2 जिंदा कारतूस बरामद हुए । इस सम्बन्ध में थाने पर मु0अ0सं0 489/21 धारा 307/353/34 भादवि बनाम अक्षय उर्फ बच्चू एव सलीम उर्फ बब्बू तथा मु0अ0सं0 490/21 धारा 3/25/27 आर्म्स एक्ट बनाम अक्षय उर्फ बच्चू एव मु0अ0सं0 491/21 धारा 3/25/27 आर्म्स एक्ट बनाम सलीम उर्फ बब्बू पंजीकृत किये गये पूछने पर अभियुक्त अक्षय उर्फ बच्चू ने बताया कि मृतक नारायण कश्यप के साथियों ने वर्ष 2001 में मेरे पिता ब्रह्म स्वरूप की हत्या कर दी थी मैं उस समय कक्षा आठ में पढ़ता था उसके 1 वर्ष बाद ही नारायण ने अपने साथियो के साथ मिलकर एक वर्ष बाद ने मेरे भाई अंशुमन की हत्या कर दी मैंने तभी से पढ़ाई छोड़ दी थी नारायण जेल चला गया था नारायण जमानत पर आ गया था मुझे नहीं मिलता था तो कोई बात नहीं थी। अब उसने मछली का ठेका ले लिया था और हमारे मोहल्ले में आकर बैठने लगा था उसे देख कर लोग मुझे तंज कसते थे कि तेरे बाप और भाई की हत्या करने के बाद भी वह जिंदा क्यों है इसलिए मैंने मन बना लिया था कि उसे जान से मार दूंगा और इसी कारण मैं काफी दिनों से उसे रोजाना शाम को जब वह मछली बाजार से वसूली के बाद आठ –सवा आठ बजे वापस जाता था उसी जगह कमला नर्सिंग होम के सामने गली में गौरव की दुकान से सिगरेट लेकर पिलवाता था ताकि उसको यह महसूस हो कि अब कोई रंजिश नहीं रही है परंतु मेरे अंदर ही अंदर अग्नि सुलग रही थी घटना वाले दिन जब नारायण मुझे मिला तो उसने कहा कि कल गिरेंद्र की कुर्की हो गई है मैंने गौरव से कहा इसे सिगरेट पीलवा गौरव सिगरेट का पैकेट खोल ही रहा था कि मेरा जुनून जाग गया और मैंने तमंचे से सीधी गोली नारायण को मार दी दूसरे तमंचे से मेरे साथी बब्बू ने गोली मार दी नारायण मेरे ऊपर गिर पड़ा तथा हाथापाई करने लगा मुझे उसके नीचे दबा देख बब्बू ने दूसरी गोली मार दी फिर दो गोली मैंने मारी कुल 5 गोली उसे मारने के बाद तमंचे के बट से माथे पर वार किया क्योंकि उसने मेरे भाई अंशुमान को बेरहमी से मारा था हम मौके से दोनों एक साथ गलियो से होते हुए कच्चा कटरा तिराहे के पास रखे ट्रासंफार्र्मर के निकट पुगी घास मे कारतूसो के खोखे डालकर बरेली मोड़ प्राइवेट गाड़ी से बरेली तक तथा वहां से बस से बब्बू के लड़कों के पास लोनी चले गए थे वहां पर पुलिस के आने का शक हो गया था इसलिए हरिद्वार चले गए थे वहां से कई लोगों को फोन करके पैसे मगांने का प्रयास किया परंतु किसी ने पैसे नहीं डलवाए इसलिए आज पैसे लेने की गरज से शाहजहांपुर आए थे कि पकड़े गए । दोनो ने एक स्वर मे बताया कि जो तमंचे हमसे बरामद हुए है उन्ही तमंचो से हमने नारायण कश्यप की गोली मारकर हत्या की थी ।
दोनो अभियुक्तो के विरुद्ध विधिक कार्यवाही करते हुए माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किये जायेगे ।