राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार द्वारा उत्प्रेरित राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का नोडल स्तरीय आयोजन लीड कन्वेंट स्कूल में किया गया जिसमें बच्चों ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के नवीन आयामों पर अपने प्रोजेक्ट प्रस्तुत करके अपनी वैज्ञानिक सोच का परिचय दिया.इस अवसर पर असिस्टेंट प्रोफेसर और राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के कोआर्डिनेटर डॉ. इरफान ह्यूमन ने बाल वैज्ञानिकों के प्रोजेक्ट का अवलोकन किया और कहा कि यह कार्यक्रम बच्चों में जिज्ञासा उत्पन्न करने, उनकी रचनात्मकता को उजागर करने और उनकी कल्पना को साकार करने का अवसर प्रदान करता है। बाल विज्ञान कांग्रेस हेतु हरेक वर्ष एक मुख्य विषय घोषित किया जाता है। बच्चे मुख्य विषय एवं इसके चिन्हित उपविषयों से जुड़ी हुई परियोजना गतिविधि से जुड़कर प्रोजेक्ट का निर्माण करते है। चयनित बाल वैज्ञानिक प्रतिवर्ष 27 दिसंबर से 31 दिसंबर की अवधि में चयनित स्थानों में बाल विज्ञान कांग्रेस के राष्ट्रीय आयोजन में भाग लेने का अवसर मिलता है।नोडल स्तरीय आयोजन में आदित्य सिंह, मोहम्मद अली खान और अदीबा फातिमा के प्रोजेक्ट “हाउ द फार्मर ऑफ डिस्ट्रिक्ट शाहजहांपुर विल अचीव मोर परफेक्ट इकोनॉमिकल वैल्यू” और नवाब खान, दर्शिता सक्सेना और मुक्ता सिंह के प्रोजेक्ट “कंजूमिंग आयरन रिच फूड कुक्ड इन आयरन यूटेंसिल्स फॉर सस्टेनेबल मेंसुरोल साइकिल” को चयनित किया गया. इस अवसर पर आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी में जन्नत फातिमा ने सैंड क्लॉक, अंशुमन बाजपेई ने वॉटर हार्वेस्टिंग, हम्माद ने वाटर डिस्पेंसर, शुभा और नैना ने वोल्केनो, मोहम्मद अदीब ने विंड मशीन और अदूबा फातिमा ने अर्थ रोटेशन पर अपने मॉडल प्रस्तुत करके वाहवाही लूटी.इस अवसर पर नोडल कोऑर्डिनेटर तूलिका तिवारी ने बताया कि नोडल नोडल स्तर पर चयनित प्रोजेक्टों को जिला स्तर के बाल विज्ञान कांग्रेस में प्रदर्शित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि मुख्य विषय “सतत जीवन के लिए विज्ञान” पर जनपद के विभिन्न विद्यालयों के बच्चे अपने प्रोजेक्ट बना रहे हैं. प्रोजेक्ट निर्माण में प्रधानाचार्य तराना जमाल एवं प्रबंधक मोहम्मद जमाल सहित स्कूल के शिक्षकों का योगदान रहा.