शाहजहांपुर। सामाजिक संगठन शाहजहांपुर सिटीजन पब्लिक ग्रुप की ओर से शाहजहांपुर की ऐतिहासिक ट्राम के लंदन स्थित ब्रिटिश लाइब्रेरी से मंगवाए जाने के संदर्भ में ज्ञापन शहीद संग्रहालय में कैंट बोर्ड उपाध्यक्ष को सौंपा गया। ज्ञापन भारत सरकार के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री को संबोधित था। इस अवसर पर समूह सयोजंक डॉ. विकास खुराना ने बताया कि शाहजहांपुर में रेल विस्तार के प्रमुख चरणों में एक है पुवायां स्टीम ट्राम का बिछाया जाना, जिसका कार्य कुमायूं रुहेलखंड रेल कंपनी द्वारा किया गया था तथा लाइन सन 1890 में खोली गई थी।इस ट्राम का मुख्य उद्देश्य जिले के उत्तर में फैले जंगलों से लकड़ी लाना था, जिस केरू कंपनी ने रोजा में अपनी फैक्ट्री लगवाई थी। उसी कंपनी को जिले के जंगलों के अधिकार मिल गए थे। शहर के सात नागरिकों ने भी इसमें चार लाख रुपए लगाए थे जिसके बाद ट्राम में दो सवारी डिब्बे भी लगा दिए गए थे। डॉ. खुराना ने बताया कि वर्ष1914 में जब प्रथम विश्वयुद्ध छिड़ा तो अंग्रेज इसकी पटरियां उखेड कर मैसोपोटामिया ले गए, जिसके बाद यह इतिहास की विषय वस्तु बन गई।इस ट्राम के कुल उन्नीस फोटो ब्रिटिश लाइब्रेरी में एडवर्ड बोस्क संग्रह में आज भी मौजूद है। जिन्हे शाहजहांपुर लाकर शहीद संग्रहालय में रखा जाना बेहद जरूरी है ताकि स्थानीय युवाओं को शोध कार्यों में मदद मिल सके। इसके अतिरिक्त जिले से प्राप्त अनेक मूर्तियां, सिक्के, अभिलेख जिनमे हर्ष का बांसखेड़ा अभिलेख अत्यंत महत्वपूर्ण है। देश के विभिन्न संग्रहालयो में रखे हुए है। इन सबको शाहजहांपुर लाया जाना आवश्यक है तथा जिसके लिए विशेष प्रयास किए जाने चाहिए। इस अवसर पर डॉ. विकास पांडे, डॉ. संजय पांडे, सरदार राजू बग्गा, लोकेश श्रीवास्तव, डॉ. रामशंकर पांडे, डॉ. विशाल पांडे, फैज असलम मौजूद रहे।