शाहजहांपुर में एक विधवा महिला पुलिस प्रशासन के सिस्टम से हार गई। पति की मौत के बाद भाजपा नेता बताने वाले लोगों ने उसके मकान पर कब्जा कर लिया। न्याय पाने के लिए विधवा ने तमाम अधिकारियों के चक्कर काटे, लेकिन सिर्फ मायूसी हाथ लगी। आज विधवा संत गाडगे सेवा संस्थान के पदाधिकारियों के साथ भुख हड़ताल पर बैठी। उसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर कहा कि, अगर न्याय नही दिला सकते तो, फिर उसको इच्छा मृत्यु की इजाजत दे दी जाए। वहीं पदाधिकारियों ने न्याय नही मिलने पर लखनऊ में धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है।थाना रामचंद्र मिशन क्षेत्र के रौसर कोठी निवासी विधवा ज्योति कनौजिया खिरनीबाग रामलीला मैदान में भूख हड़ताल पर बैठ गईं। उनके साथ संत गाडगे सेवा समिति के पदाधिकारियों ने साथ देते मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को दिया । जिसमे उन्होंने बताया कि, सात महीने पहले पति रामवीर कनौजिया की मौत हो गई थी। मोहल्ले के रहने वाले कुछ लोग जो खुद को भाजपा नेता बताते हैं। उन लोगों ने उसके मकान पर 9 फरवरी को पुलिस के सहयोग से कब्जा कर लिया था। पुलिस के सामने ही मकान के ताले तोड़े गए। मकान पर कब्जा पाने के लिए विधवा पुलिस प्रशासन के अलग अलग अधिकारियों के पास चक्कर लगाए। एसडीएम ने जांच के आदेश दिए थे, लेकिन भाजपा नेताओ के दबाव ने अभी तक उसको न्याय नही मिल पाया है। पीड़ित महिला ने कहा कि, प्रशासन अगर उसको न्याय नही दिला सकता तो, फिर अच्छा मृत्यु की इजाजत दे दे। वहीं सिटी मजिस्ट्रेट ने पीड़ित महिला को कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
वहीं संत गाडगे सेवा समिति के सदस्य विशुन कनौजिया ने कहा कि, विधवा के मकान पर कब्जा कर लिया जाता है। लेकिन पुलिस प्रशासन दबाव के चलते विधवा को न्याय नही दिला पा रहा है। 24 घंटे के अंदर अगर विधवा को न्याय नही मिला तो, संत गाडगे सेवा समिति के पदाधिकारी लखनऊ में धरना प्रदर्शन करेंगे।