मीरानपुर कटरा :: कटरा नगर पंचायत के गठन के सौ साल बाद पहली बार अध्यक्ष पद पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हुआ है। नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए पिछड़ा वर्ग का आरक्षण आते ही पिछड़ों में चेयरमैन बनने की होड़ मच गई है। इसके बावजूद कि आरक्षण पर आपत्ति दर्ज कराने की अंतिम दिनांक छः अप्रैल23 दी गई थी। इसके बाद ही आरक्षण का निर्धारण घोषित किया जाएगा। जबकि पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को लेकर आपत्ति दर्ज कराने बाले सम्भावित प्रत्याशी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं।
मीरानपुर कटरा नगर पंचायत का गठन 1917 में हुआ था।और 2017 में पहली बार कटरा नगर पंचायत का अध्यक्ष पद सामान्य वर्ग की महिला के लिए आरक्षित हुआ था। और पूर्व चेयरमैन समी उश्शान खां की पत्नी जमाल फात्मा पहली बार 2017 में कटरा की महिला चेयरमैन निर्वाचित हुई थीं।नगर पंचायत गठन के सौ साल बाद निवर्तमान कार्यकाल में सामान्य महिला के लिए आरक्षित रहे नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर पहली बार पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण जारी हुआ है। जिस पर आज छः अप्रैल 2023 तक आपत्तियों को मांगा गया था। साथ ही चुनाव आयोग द्वारा स्थानीय निकाय चुनाव कराने की सभी तैयारियां शुरू करने से चुनावी सर गमियाँ भी बढ़ गयीं हैं। चेयरमैन जमाल फात्मा का दिसम्बर 2022 में कार्यकाल समाप्त हो गया था।लेकिन आरक्षण का पेच फ़ँस जाने के कारण स्थानीय निकायों के चुनाव पिछड़ गए हैं। अब स्थानीय निकाय चुनावों के लिए आरक्षण निर्धारित होते ही चुनाव की घोषणा हो सकती है। इस बार नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशियों द्वारा धन ख़र्च करने की निर्धारित सीमा डेढ़ लाख रुपए से बढ़ाकर ढाई लाख रुपए एवँ सभासद पद के लिए तीस हजार रुपये से बढ़ाकर पचास हजार रुपए कर दी गई है।
इसके बावजूद नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ने के लिए पिछड़ा वर्ग के सम्भावित प्रत्याशियों की सबसे ज्यादा पोस्ट सोशल मीडिया पर देखने को मिल रही है।और भाजपा सपा बसपा काँगेस आम आदमी पार्टी से टिकट के लिए आवेदन करने बालों में प्रतिदून्दता शुरू हो गई है। सभी अध्यक्ष पद के प्रत्याशी प्रचार प्रसार में जुट गए हैं।।