डीएम ने जिला पेयजल एवं स्वच्छता मिशन समिति की बैठक ली शाहजहांपुर | जिलाधिकारी उमेश प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित वीसी कक्ष में जिला पेयजल एवं स्वच्छता मिशन समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक के दौरान जल जीवन मिशन के अंतर्गत किए गए कार्यों की समीक्षा की गई। सदस्य सचिव/अधिशासी अभियंता उत्तर प्रदेश जल निगम ग्रामीण सनी सिंह ने एजेंडा प्रस्तुत करते हुए बताया कि पेयजल एवं स्वच्छता मिशन, जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जल जीवन मिशन के अंतर्गत निर्गत दिशानिर्देशों के अनुरूप जिला पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के संगठनात्मक स्वरूप को और सुदृढ़ बनाने तथा ग्रामीण पेयजल कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन तथा मूल्यांकन तथा उनके अनुश्रवण हेतु जनपद स्तर पर जिला पेयजल एवं स्वच्छता मिशन समिति गठित की गई है। उन्होंने बैठक में मे. एन.सी.सी. लिमिटेड द्वारा प्रेषित 38 डीपीआर को विचारोपरान्त राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन समिति को प्रेषित करने हेतु प्रस्तुत किया। बैठक के दौरान जल जीवन मिशन के कार्यो की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त करते हुये जिलाधिकारी उमेश प्रताप सिंह ने निर्देश दिये कि कार्यदायी संस्था मे. एन.सी.सी. लि. को नोटिस जारी करते हुये शासन को पत्र प्रेषित किया जाये। साथ ही जिला कृषि अधिकारी श्री सतीश चन्द्र पाठक को निर्देशित किया कि गांव में तैनात कृषि तकनीकी सहायकों के माध्यम से कार्य स्थल पर तैनात कर्मिकों की संख्या का विवरण तथा कार्य की प्रगति का विवरण संकलित कर प्रति दिन प्रस्तुत करें। उन्होने कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्मिकों की संख्या बढ़ाते हुये कार्यों को पूर्ण गुणवत्ता के साथ निर्धारित समयावधि में पूर्ण किया जाये। रिस्टोरेशन कार्यों की धीमी प्रगति पर भी नाराजगी व्यक्त करते हुये इसमें सुधार के निर्देश दिये।
स्वच्छ पेयजल के प्रयोग हेतु प्रेरित करने से सम्बन्धित सामाजिक जागरूकता प्रसारित करने हेतु चयनित संस्थाओं भूषण सेवा संस्थान एवं भावना सेवा संस्थान के द्वारा कार्यो में लापरवाही बरतने पर चेतावनी देते हुये कार्य में सुधार करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि रोस्टर के अनुसार जागरूकता प्रसारित करने सम्बन्धित कार्यक्रम आयोजित किये जाये तथा डीपीआर स्वीकृति के पूर्व सम्बन्धित ग्राम स्तरीय पेय जल एवं स्वच्छता समिति का सहमति पत्र अवश्य प्राप्त कर लिया जाये। जिलाधिकारी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रो में शुद्ध पाइप्ड पेयजल प्रत्येक घर तक उपलब्ध कराने के लिये जल जीवन मिशन जैसी महत्वकाक्षी योजना संचालित की गयी है। यह शासन की शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक है। अतः इसके कार्यो में कोई भी लापरवाही न बरती जाये। उन्होने कहा कि सड़कों को रिस्टोर करने सम्बन्धित कार्यो को पूरी गुणवत्ता के साथ कार्य समाप्ति के तुरन्त बाद किया जाये। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को नियमित रूप से स्थलीय निरीक्षण करने हेतु भी निर्देश दिये। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी श्याम बहादुर सिंह, परियोजना निदेशक अवधेश राम सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे |